दिन का खाना

हर रविवार की तरह...वह ऐसा करती है...लेकिन समय बीत जाता है और वह भूल जाती है...

द्वारा लिखित Nathalie BRAULT
- 2010
रुचि रखने वालों के लिए: बुढ़ापे, अकेलेपन और बीतते समय पर आधारित 5 मिनट की बिना बनी लघु फिल्म...
लेखन चरण : Continuité dialoguée

उत्पादन : अभी तक पूरा नहीं हुआ